Saturday 23 August 2014

जैन श्वेताम्बर

जैनों के लिए गर्व लेने की बात और अनुकरणीय - अनुमोदनीय कार्य:-
राजस्थान के माधोपुर विस्तार के लगभग 80 गाँवो के श्वेताम्बर पद्मावती पोरवाल जैन समाज में एक आचार है की वहा के लोग बारह महीने रात्रि भोजन का ग्याग है। किसी घर में रात्रि भोजन बड़े तो बड़े छोटे बच्चे भी नही करते। इतना ही नही वहा के लोग ब्याह हो समारोह हो  या अन्य कोई उत्सव हो इन उपलक्ष में कोई भी भोजन संभारम्भ सूर्यास्त के पहले पूरा कर देते है। यह आज कल की बात नही है कई पीढ़ी ओ से यह अनुमोदनीय कार्य चल रहा है। इन सब में हम शहर वासी अपने आप को कहा पाते है?सोचिये जैनों के लिए रात्रि भोजन का त्याग सिर्फ चौमासे या पर्युषण पुरता नही हो सकता।हम कैसे महावीर के अनुयायी है की महावीर को मानते है किन्तु उनका कहा नही मानते!!!
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