Sunday, 8 September 2013

जालौर का किला

tkykSj fdyk]
जालौर का किला
सोनगिरि पहाड़ी पर स्थित यह किला सूकड़ी नदी के किनारे बना हुआ है। शिलालेखों में जालौर का नाम जाबालिपुर और किले का नाम सुवर्णगिरि मिलता है। इस किले का निर्माण प्रतिहारों द्वारा आठवीं
सदी में करवाया गया था। इस किले पर परमार, चौहान, सोलंकियों, तुर्कों और राठौड़ो का समय-समय पर आधिपत्य रहा। किले के भीतर बनी तोपखाना मस्जिद, जो पूर्व में परमार शासक भोज द्वारा निर्मित संस्कृत पाठशाला थी, बहुत आकर्षक है। यहाँ का प्रसिद्ध शासक कान्हड़दे चौहान (1305-1311) था, जो अलाउद्दीन खिलजी से लड़ता हुआ वीर गति को प्राप्त हुआ।

;g vn~Hkqr fdyk [kM+h igkM+h ij fLFkr gSA ;gka ds egy cgqr lk/kj.k gSa ftuesa cgqr vf/kd ltkoV ns[kus dks ugha feyrhA eafnj esa ços'k ds pkj HkO; }kj gSa tgka rd igqapus dk ,d gh jkLrk gSA fdys dk fuekZ.k ikjaifjd fganw okLrqf'kYi ds &Û905

No comments:

Post a Comment