राजस्थान के मेले
त्रिपुरा सुन्दरी का मेला - तिलवाडा - बाड़मेर
घुमेश्वर का मेला - शिवाडा - सवाई माधोपुर
जीणमाता का मेला - रेवासा - सीकर
खेजडली का मेला - खेजडली - जोधपुर
पीर का उर्स - जालौर
सीताबाडी का मेला - सीताबाडी - कोटा
मानगढ का मेला - मानगढ - कोटा
मल्लीनाथ पशु मेला – तिलवाड़ा, बाड़मेर
तेजाजी पशु मेला – परबतसर, नागौर
गोगामेड़ी पशु मेला – गोगामेड़ी हनुमानगढ़
जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला – भरतपुर
गोमती सागर पशु मेला – झालरापाटन, झालावाड़
रामदेव पशु मेला – नागौर
राणी सती का मेला- झुंझुनूं
शीतला माता का मेला -जयपुर(सील कि डूंगरी)
बाणगंगा का मेला - बैराठ -जयपुर
रामदेवरा का मेला - रामदेवरा - जैसलमेर
महावीर जी का मेला - हिन्डौन - करौली
उर्स का मेला -अजमेर
कपिल मुनि का मेला - कोलायत - बीकानेर
चार भुजा का मेला - चारभुजा - उदयपुर
माता कुंडली का मेला- राशमी - चित्तौड़गढ़
बेणेश्वर का मेला - नवाटापुर - डूंगरपुर
देवजी का मेला - आसीन्द - भीलवाड़ा
बादशाह का मेला - ब्यावर - अजमेर
शाकम्बरी माता का मेला -शाकम्बरी - अजमेर
अन्देश्वर पार्श्वनाथ का मेला - अन्देश्वर - अजमेर
बुढ्ढा जोहडा मेला - गंगानगर
निम्बोकानाथ मेला - डूंगरपुर
पदमपुरा मेला - जयपुर
साहवा सिख मेला - साहवा - चुरू
मचकुण्ड मेला - धौलपुर
कल्याण जी का मेला - डिग्गी - टोंक
कार्तिक पशु मेला – पुष्कर
बहरोड पशु मेला – बहरोड, अलवर
चंद्रभागा पशु मेला – झालरापाटन, झालावाड़
महाशिवरात्रि पशु मेला – करौली
बलदेव पशु मेला – मेड़ता सिटी, नागौर
पुष्कर का मेला - अजमेर
जम्मेश्वर का मेला -मुकाम - बीकानेर
कैलादेवी का मेला - करौली
मेलों से संबंधित विशेष तथ्य
हाड़ौती का सबसे बड़ा मेला – सीताबाड़ी मेला
हिन्दू जैन सद्भाव का मेला – ऋषभदेव जी का मेला, उदयपुर
सिखों का सबसे बड़ा मेला – साहबा मेला
जाँगल प्रदेश का सबसे बड़ा मेला – कोलायत जी का मेला बीकानेर
राजस्थान का सबसे बड़ा रंगीन मेला – पुष्कर मेला
मुस्लिमों का सबसे बड़ा मेला – अजमेर का ख्वाजा साहब का उर्स
जैनियों का सबसे बड़ा मेला – महावीरजी का मेला
आदिवासियों का सबसे बड़ा मेला – बेणेश्वर मेला
मेरवाड़ा का सबसे बड़ा मेला – पुष्कर मेला
वृक्षों से संबंधित सबसे बड़ा मेला – खेजड़ली मेला, खेजड़ली जोधपुर
मत्स्य प्रदेश का सबसे बड़ा मेला – भर्तृहरि मेला, अलवर
सांप्रदायिक सद्भाव का सबसे बड़ा मेला – रामदेवरा मेला, जैसलमेर
राज्य सरकार द्वारा आयोजित मेले
1. मरु समारोह - जैसलमेर
2. ग्रीष्म समारोह - माउन्ट आबू
3. पुष्कर मेला - पुष्कर -अजमेर
4. ऊंट समारोह - बीकानेर
5. गणगौर समारोह - जयपुर
6. मारवाड़ समारोह - जोधपुर
7. चन्द्रभागा मेला - झालावाड
8. नागौर मेला - नागौर
9. दशहरा मेला - कोटा
10. हाथी समारोह - जयपुर
11. तीज समारोह - जयपुर
राजस्थानी तीज - त्यौहार
त्यौहार तिथि विवरण
नवरात्र- चैत्र षुक्ला एकम से नवमी तक व अष्विन षुक्ल एकम से नवमी तक ष्षरद पूर्णिमा- अष्विन पूर्णिमा इस दिन चन्द्रमा अपनी 16 कलाओ से परिपूर्णहोता है करवा चौथ – कार्तिक कृष्णा 4 इस दिन स्त्रियां पति की दीर्घ आयु के लिये व्रत करती है और रात को चांद देखकर खाना खाती है
धनतेरस- कार्तिक कृष्णा 13 इस दिन धनवन्तरि वैद्य की पूजा की जाती है। तथा घरो में नये बर्तन खरीदे जाते है।
दीपावली- कार्तिक अमावस्या विक्रम संवत का प्रारम्भ इसी दिन से होता है। लोग घरों पर दीपक जलाकर इस त्यौहार को मनाते है।
निर्वाझा दिवस - महाीवर स्वामी, दयानन्द सरस्वती का निर्वाण दिवस इसी दिन मनाते है।
गोवर्धन पूजा कार्तिक षुक्ला 1
भैया दूज - कार्तिक षुक्ला 2 यम द्वितीया के रूप में भी मनाई जाती है।
देवउठनी ग्यारस- कार्तिक षुक्ला 11 इस दिन से मांगालिक कार्य पुनः प्रारम्भ होते है ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु चार माह के षयन के बाद इसी दिन जागते है।
मकर सक्रांति - 14 जनवरी इसी दिन सूर्य मकर राषि में प्रवेष करता है।
बसंत पंचमी- माघ षुक्ल पंचमी ऋतुराज बंसत का प्रथम आगमन दिवस है
शिवरात्रि- फाल्गुन कृष्णा 13 भगवान षिव जन्मोत्सव
शिवरात्रि- फाल्गुन कृष्णा 13 भगवान षिव जन्मोत्सव
होली- फाल्गून पूर्णिमा रंगों का त्यौहार
धुलंडी - चैत्र कृष्णा 1 रंगों का त्यौहार
षीतला अष्टमी- चैत्र कृष्ण अष्टमी इस दिन ठंडा भोजन किया जाता है।
नववर्ष- चैत्र षुक्ला एकम इस दिन हिन्दूओं का नववर्ष प्रारम्भ होता है
गणगौर- चैत्र षुक्ला 3 चुहागिन स्त्रियों का त्योहार यह त्योहार चैत्र कृष्ण 1 से
नववर्ष- चैत्र षुक्ला एकम इस दिन हिन्दूओं का नववर्ष प्रारम्भ होता है
गणगौर- चैत्र षुक्ला 3 चुहागिन स्त्रियों का त्योहार यह त्योहार चैत्र कृष्ण 1 से
प्रारंभ होकर चैत्र षुक्ला 3 तक चलता है
रामनवमी- चैत्र षुक्ला 3 भगवान राम का जन्मोत्सव
रामनवमी- चैत्र षुक्ला 3 भगवान राम का जन्मोत्सव
अक्षय तृतीया- वैषाखा षुक्ला 3 इस दिन सिकान सात अन्न तथा हल की पूजा करते हैं
इस दिन राजस्थान मे ंसर्वाधिक बाल विवाह होते है।
गुरू पूर्णिमा- आषाढ़ पूर्णिमा -
गुरू पूर्णिमा- आषाढ़ पूर्णिमा -
नाग पंचमी- श्रवण कृष्ण 5 इस दिन नागों की पूजा की जाती है
हरियाली अमावस्या- श्रवणअमावस्या -
हरियाली अमावस्या- श्रवणअमावस्या -
जलझूलनी ग्यारस- भादपद षुक्ल 11-
घुड़ला का त्यौहार- चैत्र षुक्ला 8 मारवाड़ का प्रमुख त्यौहार
श्रावणी तीज (छोटीतीज)- श्रवण षुक्ला 3 तीज मुख्यतः स्त्रियों का त्योहार है तीज त्यौहारा का
आगमन माना जाता है
बड़ी तीज/सातुड़ीतीज/काजली
बड़ी तीज/सातुड़ीतीज/काजली
तीज भाद्र कृष्णा 3 बूंदी का कजली का मेला प्रसिद्ध है
कृष्ण जन्माष्टमी- भाद्रपद कृष्ण 8 भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव
गोगा नवमी- भाद्रपद कृष्ण 9 इस दिन गोगाजी की पूजा की जाती है
गणेष चतुर्थी - भाद्रपद षुक्ला 4 महाराष्ट्र का प्रमुख त्यौहार। गणेष जन्मोत्सव के रूप
में मनाया जाता है
ऋषि पंचमी- भाद्रपद षुक्ला 5
गणेष चतुर्थी - भाद्रपद षुक्ला 4 महाराष्ट्र का प्रमुख त्यौहार। गणेष जन्मोत्सव के रूप
में मनाया जाता है
ऋषि पंचमी- भाद्रपद षुक्ला 5
श्राद्ध पक्ष- भाद्रपद पूर्णिमा के आष्विन अमावस्या तक।
सांझी भाद्रपद पूर्णिमा से आष्विन अमावस्या कुंवारी कन्याओं का त्यौहार
रक्षा बन्धन - श्रावण पूर्णिमा बहिन भाई त्यौहार
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